गुरुवार, 17 अगस्त 2023

ओशो - एस धम्‍मो सनंतनो--(भाग--04)

ओशो - एस धम्‍मो सनंतनो-(भाग--04)



 एक ऐसी यात्रा पर तुम्‍हें ले चल रहा हूं, जिसकी शुरूआत तो है, लेकिन जिसका अंत नहीं। एक अंतहीन यात्रा है जीवन की; उस अनंत यात्रा का नाम परमात्‍मा है। उस अनंत यात्रा को खोज लेने की विधियों का धर्म है। एस धम्‍मो सनंतनो।


ओशो - एस धम्मो सनंतनो-(भाग--04)

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें